सामान्य जीवन में तो सास बहू के बीच की नोकझोंक बड़ी नकारात्मकता लिए हुए होती है किन्तु ब्याह शादी और अन्य फक्शंस पर सास बहू की नोकझोंक पर बने बन्ना गीत और लोकगीत हास्य का विषय होते हैं और महिलाओं द्वारा खूब चटकारे ले कर ढ़ोलक पर गाये जाते हैं और मेहमानों का खूब मनोरंजन कर कार्यक्रम की रौनक बढ़ा देते हैं. पति पत्नी की नोक झोंक पर पढ़िए यह हास्य कविता भारत में विशेष कर उत्तर भारत में विवाह-शादी या अन्य पारिवारिक फंक्शन में दो पक्षों के बीच जैसे लड़के वाले और लड़की वालों के बीच, भात आदि में वर या वधू के मामा-मामी पक्ष और बुआ पक्ष, जीजा-साली नन्द-भाभी और सास और बहू के बीच की मजेदार चटपटी नोकझोंक को लेकर बहुत से हास्य लोकगीत और बन्ना बन्नी गीत लिखे गये हैं. यहां हम सास बहू पर लिखा तड़कता भड़कता बन्ना गीत प्रस्तुत कर रहे हैं... आशा है आपको अवश्य पसंद आएगा. अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दीजिए. सास-बहू के बीच नोकझोंक का हास्य बन्ना लोकगीत- बेटा शादी के बाद किसे दोगे कमाई बेटा शादी के बाद, किसे दोगे कमाई किसे दोगे कमाई बेटा बहू को दोगे तो करूं ना सगाई होने वाली सासुल, भोली भाली सासुल प्या