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विवाह आदि अवसरों पर गाने के लिए मज़ेदार लोकगीत| बलमवा आवे हिचकी

  विवाह आदि प्रत्येक शुभ अवसर पर चटपटे मज़ेदार लोकगीतों के बिना भला कैसी रौनक, कैसा आनंद। फिल्मी गीत एक तरफ और हमारी मिट्टी और संस्कृति की खुशबु में रचे-पगे लोकगीत एक तरफ. धमाल मचाने के लिए ढ़ोलक की थाप पर तड़कते भड़कते इस  लोकगीत  और लोकगीतों पर थिरकती घर परिवार की महिलाएं अलग ही समां बांध देंगी.  ऐसा ही एक स्वरचित नया लोकगीत 'बलमवा आवे हिचकी ' लेकर हम  प्रस्तुत हैं  हमारे ब्लॉग  New Folk Lyrics' पर तो आनंद लीज़िये इस चटपटे लोकगीत का.......  बलमवा आवे हिचकी किया ना कर हमें याद बलमवा आवे हिचकी तड़पे है जिया हमार बलमवा छूटे सिसकी सपनों में आ कर बैरी लगाए गली की फेरी हाथ जोड़ फरियाद करे  झाँके पलकों की खिडकी  किया ना कर हमें याद बलमवा आवे हिचकी तड़पे है जिया हमार बलमवा छूटे सिसकी नींदें खराब करे  सखियाँ मज़ाक करे  आवे लाज हमें काहे बदनाम करे  असर ना होवे तनिक  तोपे, मारूं झिड़की  किया ना कर हमें याद बलमवा आवे हिचकी तड़पे है हमरा जिया  बलमवा छूटे सिसकी मैं तो नजर बचा कर  चली ही आयी दिल का दामन क्यों मैं...

विवाह गीत| बन्नी। दामाद जी के लिए स्वागत गीत

  विवाह गीत (बन्नी )- बेटी की शादी मैं गाने के लिए. जब द्वार पर बारात आती है तो दामाद जी  के स्वागत में भी ये भावुक सा  बन्नी गीत गाया जा सकता है. यह गीत अवश्य एक भावुक वातावरण बना देगा और हर किसी की आंखों में आंसू जरूर ला देगा. इस गीत में धुन बनाने के लिए जहां रुकना है वहां कोमा(,) लगाया गया है, उस हिसाब से गाने पर धुन अच्छी बनेगी. बीच-बीच में तीन अंंतरे फिल्मी गानों के हैं. गाते-गाते बीच में रुक कर यह फिल्मी अंतरे गाये जाए तो अलग ही समां बंंधेगा.  तो पेश है... बन्नी-  बेटियां कहते, हैं, पराया है धन बेटी के जन्म पर एक जच्चा गीत 1. बेटियां कहते, हैं, पराया है धन रहता सदा, पर, इनमें ही मन सजाया खूब ,  हमने, गुणों से इसे मिलेगा ऐसा, ही वर, सौंपेंगे जिसे आ गए, जिनकी, थी यह धरोहर इन्हीं के, लिए, रखा हमने संजोकर ( वाह वाह रामजी जोड़ी क्या बनाई दूल्हा और दुल्हन को बधाई है बधाई ) दुआ है, यही,  खिले मन-उपवन बेटियां कहते, हैं, पराया है धन रहता सदा, पर, इनमें ही मन बन्ना गीत भी पढ़ें👈 2. पलकें उठा, कर, देखो लाड़ो सजन वैसे ही, है, जैसी तुमको लगन ...

An amazing Banni geet- beti ki Vidai ka geet

आज हम लेकर आये हैं आपके लिए नया amazing   banni geet. ब्लॉग " New Folk Lyrics " पर आप पढ़ते आये है अंजू अग्रवाल द्वारा रचित  चटपटे  ' banna banni geet ' . किन्तु यह नया बन्नी गीत एक vidai geet है.   बेटी के जन्म का जच्चा गीत भी पढ़े  बेटी की विदाई के समय के लिए रचित इस बन्नी विदाई गीत के लिरिक्स हर किसी की आँखों को नम कर देंगे. तो प्रस्तुत है यह Vivah geet.....  बेटी की शादी के लिए विदाई गीत (Vidai geet)..... pinterest  से साभार  कली एक चमन से जुदा हो रही है  चटपटे लोकगीत पढ़े  कली एक चमन से जुदा हो रही है  कि लाड़ो आज, हमारी विदा हो रही है  फूल मन में खिले पर आंखें हैं नम छूटा जाए है आज, मेेरे बाबुल का अंगन  रीति कैसी यह बनायी, जो, अदा हो रही है कि लाड़ो आज, हमारी विदा हो रही है  लाडो मुड़-मुड़ के देखे, बाबुल का अंगना इसी घर में झूूली मैं, ममता का पलना  लाडो गम ना करो तुम, नए घर से जुड़ो  घर- वर ऐसा मिला, प्यार से तुम वरो जिंदगी अब नई,  यह शुरु हो रही है कि लाड़ो आज, हमारी विदा हो रही है कन्...

जच्चा गीत| ललन के रूप पर बलिहारी होती मां का सोहर गीत

प्रस्तुत है एक और नया जच्चा गीत जिसमें जच्चा अपने लाल के रूप पर बलिहारी हो रही है.  इस गीत में जच्चा विचार करती है की सास, नंद, देवरानी, जेठानी जब नखरे दिखाएंगी तो उन्हें कैसे मनाया जाएगा.  यह गारी वाला हास्य जच्चा गीत भी पढें.. यह सब हंसी मजाक की बातें हैं जिन्हें गीतों में पिरोने से उत्सव में रौनक आ जाती है. पति पत्नी पर यह हास्य कविता भी पढें.. तो लीजिए प्रस्तुत है बिल्कुल नया  जच्चा गीत- 'मेरे ललना का रूप सुहाना' मेरे ललना का रूप सुहाना  देखे मुड़ मुड़ सारा जमाना  सुंदर सुंदर, सुंदर होऽऽऽ प्यारा प्यारा,प्यारा होऽऽऽ  प्यारा उसका धीरे से मुस्काना  देखो नजर ना कोई लगाना मेरे ललना का रूप सुहाना देखे मुड़ मुड़ सारा जमाना   दादी रानी आएंगी, आएंगी जरूर  नखरे भी दिखाएंगी, दिखाएंगी जरूर  पांव छू कर उनको मनाना  उन्हें होगा चरुुवा भी चढ़ाना मेरे ललना का रूप सुहाना देखे मुड़ मुड़ सारा जमाना बुआ रानी आएंगी, आएंगी जरूर  नखरे भी दिखाएंगी, दिखाएंगी जरूर  झुुमके देकर उनको है मनाना नेकलेस देकर उनको है मनाना  उनसे सतिये भी है रखा...

मजेदार हास्य जच्चा गीत lyrics| ननद रानी को गारी सोहर गीत

प्रस्तुत है बच्चे के जन्म उत्सव पर गाये जाने के लिए एक चटपटा सा जच्चा गीत जिसे सोहर गीत भी कहा जाता है. इस गीत में हंसी मजाक करने के लिए ननद रानी को लक्ष्य बना कर गारी गायी जाती है. गारी गीतो को सीटने भी कहा जाता है. ब्रज में ये गारी गीत बहुत गाये जाते हैं  जच्चा गीत (गारी)- लगाये गई नजरिया ननद रानी लगाये गई नजरिया ननद रानी ननद रानी, ओ$ ननद रानी ललन को, लगाये गई नजरिया ननद रानी 1. नजर लगाये गई,      मंतर फिराये गई  गिराये गई बिजुरिया ननद रानी लगाये गई नजरिया ननद रानी, ननद रानी ओ$ ननद रानी ललन को, लगाये गई नजरिया ननद रानी पढे यह हास्य कविता 2. मैंने झाले दिये     मैंने कंगन दिए उसने नेकलेस भी लेने की जिद ठानी लगाये गई नजरिया ननद रानी,  ननद रानी ओ$ ननद रानी ललन को, लगाये गई नजरिया ननद रानी 3. भैया को सिखाये गई       मैया को चढ़ाये गई  कर गयी ससुरिया कारिस्तानी लगाये गई नजरिया ननद रानी ननद रानी, ओ$ ननद रानी ललन को, लगाये गई नजरिया ननद रानी 4. बलम हमसे रूठे     सासु का मुंह सूजे घर में करवाये गयी खींचातानी लगाये ...