एक और नया चटपटा चौसर लोकगीत लेकर आए हैं हम आपके लिए- 'हमने बिछायी है चौसर'. यह गीत विवाह गीत भी है और अन्य किसी भी फंक्शन पर भी आप इस गीत को ढोलक पर गा कर फंक्शन की रौनक बढ़ा सकते हैं.
इस गीत में पिया की सिर चढ़ी प्रेमिका या नायिका या पत्नी जो भी आप कह सकते हैं अपने प्रिय से चौसर खेलने के लिए कहती है और वह 'चित भी मेरी पट भी मेरी' वाली उक्ति को चरितार्थ करते हुए किस तरह अपनी बात मनवाती है देखें..
आओ पिया हिल मिल के खेले |
चौसर पर चटपटा लोकगीत--
हमने बिछायी है चौसर
हमने बिछाई है चौसर तो
आओ पिया हिल-मिल के खेले
हिल-मिल के खेले पिया
हिल-मिल के खेले
हमने बिछाई है चौसर तो
आओ पिया हिल-मिल के खेले
हमरा करे है जिया, पिया तो
आओ पिया हिल-मिल के खेले
जो पियाजी तुम हम से जीते
हम ना करेंगे तुमसे बात
मनाइयो हमें पूरी रात, तो
आओ पिया हिल-मिल के खेलें
जो पिया तुमसे हम जीते तो
नवलखा दिलवाइयो हार
तुम पर हम बलिहार, तो
आओ पिया हिल-मिल के खेले
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Chatpata lokgeet-
Hamne bichhayi hai chausar
Hamne bichhayi hai chausar, to
Aao piya hil mil ke khele
Hil mil ke khele piya
Hil mil ke khele
Hamne bichhayi hai chausar, to
Aao piya hil mil ke khele
Hamra kre hai jiya, piya,to
Aao hilmil ke khele
Jo piyaji tum ham se jeete
Ham na karenge tum se baat
Manaiyo poori raat, to
Aao piya hil mil ke khele
Jo piya tumse ham jeete to
Naulakha dilvaiyo haar
Tum par ham balihaar, to
Aao piya, hil mil ke khele
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